Aatmkathya MCQ Class 10 (Online Test) - आत्मकथ्य MCQs
MCQ Questions for Class 10 Hindi Kshitij
✓ Class - 10
✓ Book - Kshitij
✓ Chapter - Aatmkathya
✓ Type - MCQs or Quiz
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1. ‘अनुरागिनी उषा‘ कैसा प्रभात होता है ?
उज्जवल
धुंधलाा
नींदा
प्रेमपूर्ण
2.कवि ने अपने मन को किसका रूप दिया है?
गीतकार
हनुमान का
भँवरे का
इनमें से कोई नहीं
3.कवि के जीवन की गागर कैसी है?
रंगीन
भरी
खाली
इनमें से कोई नहीं
4. कवि का दांपत्य जीवन कैसा है?
क्लेश रहित
सुखी
सन्यासी
दुखी
5. गहरे नीले आकाश में अनगिनत लोगों ने क्या लिखे हैं?
कविता
आत्मकथा
कहानियाँ
गीत
6.कविता में थका हुआ पथिक कौन है?
कवि
कवि के मित्र
कवि की प्रेमिका
इनमें से कोई नहीं
7.कवि ने खाली घड़े से किसकी ओर इशारा किया है?
खाली घर
सूखी नदी
कुटिल
असफल जीवन
8.मुरझाकर गिर रही पत्तियाँ किसकी प्रतीक हैं?
निराशाओं का
खुशियों की
उदासी का
इनमें से कोई नहीं
9.कवि अपने जीवन के किन अनुभवों को सबसे बाँटना नहीं चाहते?
सार्वजनिक
पारिवारिक
मधुर
निजी
10.कवि ने अब तक कैसा जीवन जीया है?
सुखी
स्वतंत्र
दुखदायी
इनमें से कोई नहीं
11.‘पंथा‘ क्या है ?
धर्मशाला
मंदिर
मार्ग
किनारा
12.कवि के जीवन के सारे दुःख-दर्द और अभाव अब कैसे हैं?
अधिक
मौन
कम
इनमें से कोई नहीं
13.कवि अपनी आत्मकथा लिखने के बजाय क्या करना चाहता है?
रोना चाहता है|
खुश रहना चाहता है|
हँसना चाहता है|
दूसरों की आत्मकथा सुनना चाहता है|
14.‘अरे खिल-खिला कर हँसते होने वाली उन बातों की‘ में कौन-सा अलंकार है ?
उपमा
रूपक
श्लेष
अनुप्रास
15.‘विडंबना’ में छिपा अर्थ बताइए।
दुर्भाग्य
कातर
निराशा और उपहास दोनों
इनमें से कोई नहीं
16.कवि कैसा स्वप्न देखकर जाग गया ?
डरावना
सुखद स्वप्न
दुःखद स्वप्न
ऐसा स्वप्न जिसकी उन्हें प्राप्ति ही नहीं हुई
Exp.-कवि जिसे चाहता था वह उसे स्वप्न में भी नही मिल पाया।
17.कवि ने भोर को कैसा माना है ?
सुखद
सुहावना
प्रेम और लाली से मुक्त
उपर्युक्त सभी
Exp.-भोर सुखद, सुहावनी व प्रेम और लाली से युक्त है।
18.कवि अपने जीवन की सुखद स्मृति को किस रूप में देखता है ?
दुःखी कर देने वाले पल के रूप में
अपनी पत्नी के रूप में
पाथेय अर्थात् जीवन का एक सहारा
अपनी प्रेयसी के रूप में
Exp.-कवि के जीवन में जो सुखद क्षण आए वह उन क्षणों को संजोकर रखना चाहता है ताकि वे उनके जीवन का सहारा बन सकें।
19.‘सीवन’ को उधेड़ने का अर्थ क्या है ?
हृदय को चीरकर दिखाना
मन में छिपी पुरानी बातों को फिर से याद करना
दिल को ठेस पहुँचाना
दूध का दूध पानी का पानी कर देना
Answer: (c) मन में छिपी पुरानी बातों को फिर से याद करना
सीवन को उधेड़ना मन की गहराइयों में दबी बातों को पुनः प्रकाशित करना है।
20.‘छोटे से जीवन की कैसे बड़ी कथाएँ आज कहूँ’ इस पंक्ति से जयशंकर प्रसाद के स्वभाव के बारे में क्या पता चलता है ?
वे बड़े कवि नहीं थे
उन्होंने अभी-अभी साहित्य जगत् में कदम रखा था
वे अपने आपको बड़ा साहित्यकार समझते थे
वे बहुत विनम्र थे उनको अहंकार छू तक न गया था
Answer: (b) वे बहुत विनम्र थे उनको अहंकार छू तक न गया था
जयशंकर प्रसाद विनम्र स्वभाव के व्यक्ति थे अहंकार उनको दूर-दूर तक छू भी नहीं गया था।
21.कवि ने अपनी कथा को कैसा माना है ?
टेढ़ी
रहस्यमय
भोली और सीधी-साधी
इनमें से कोई नहीं
Answer: (b) भोली और सीधी-साधी
कवि अपनी कथा को भोली-भाली व सीधी-साधी माना है।
22.कवि की मौन व्यथा हृदय में क्या कर रही है ?
हृदय को पीड़ित कर रही है
किसी भूचाल की प्रतीक्षा कर रही है
जागने का इंतजार कर रही है
थककर सो रही है
23.‘पत्तियों का मुरझाना’ किस ओर संकेत करता है ?
सूखे की ओर
पेड़ के सूखने की ओर
मृत्यु की ओर
मन में उत्पन्न दुःख और आनंद के भावों के मिट जाने की ओर
Answer: (c) मन में उत्पन्न दुःख और आनंद के भावों के मिट जाने की ओर
पत्तियों के सूखने से कवि के हृदय के दुख का पता चलता है।
24.कवि ने ‘असंख्य जीवन इतिहास’ किसे कहा है ?
महापुरुषों की दास्तान
मानव मन में उत्पन्न विचार
इतिहास के अनेक ग्रंथ
इनमें से कोई नहीं
25.कवि ने यहाँ अपने जीवन के किस पक्ष का उल्लेख किया है ?
दुःखद पक्ष का
सुखद पक्ष का
बचपन का
वृद्धावस्था का
26.अरुण कोपल का क्या अर्थ है ?
सूरज
होंठ
लाल गाल
इनमें से कोई नहीं
27.कितने लोगों ने अपना जीवन इतिहास लिखा है?
असंख्य
8
3
13
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